छत्तीसगढ़तमनार

धरना स्थगित ग्रामीणों को तहसीलदार व थाना प्रभारी ने दी समझाइस

हिंडालको के खिलाफ ग्रामीणों की हड़ताल स्थगित,
तमनार तहसीलदार और थाना प्रभारी की समझाइश पर स्थगित, 27 को होगी गांव में मीटिंग,

तमनार।

तमनार के कोडकेल में हिंडालको प्रभावितों द्वारा एक फिर से अपनी प्रमुख मांगो और समस्याओं को लेकर धरना प्रदर्शन शुरू कर आर्थिक नाकेबंदी की शुरुआत की गई थी, ग्रामीणों की विभिन्न प्रभावितों के द्वारा सामूहिक रूप से इस आंदोलन को तमनार तहसीलदार और थाना प्रभारी के समझाइस के बाद स्थगित कर दी गई है। प्रशासन ने हड़ताल कर रहे ग्रामीणों को समझाया है कि आगामी 27 जनवरी को गांव में एक मीटिंग रखी जाएगी और उनकी समस्याओं को हल करने की कोशिश की जाएगी। प्रशासन की इस पहल पर ग्रामीणों ने हामी भरते हुए आंदोलन को स्थगित कर दिया है।

जानकारी के अनुसार मामला 70 ख में डिग्री प्राप्त किए किसानों के खेतों में हीण्डाल्को इंडस्ट्रीज़ कोंडकेल द्वारा जबरन खुदाई-खनन की गई है।परंतु उन्हें न तो मुआवजा मिला और अपनी पूर्वजों की खेत को देना नहीं चाहते थे जिसे कब्जे में ले लिया गया कई बार इस संबंध में मांग की गई लेकिन न ही खेत वापस किया गया और न ही राशि प्रदान की गई है।

हीण्डाल्को इंडस्ट्रीज़ कोंडकेल के खदान से 500 मीटर में बसे किसानों को घर से हटाने का प्रयास किया जा रहा है। भुजबल सिदार के रागी फसल की क्षति की राशि नहीं दी गई है। जो अब तक अप्राप्त है। विगत वर्ष हीण्डाल्को इंडस्ट्रीज़ कोंडकेल कंपनी से कोयला लेजाने वाले गाड़ी से कृष्ण भुईहर (मृतक) का दुर्घटना में निधन हो गया एवं कंपनी द्वारा मुआवजा राशि देने की बात हुयी थी जो अब तक अप्राप्त है।

कोंडकेल गाँव से बोड़ा झरिया जाने का रास्ता हीण्डाल्को इंडस्ट्रीज़ कोंडकेल द्वारा बंद कर दिया गया है।जिससे ग्रामीण मवेसी चराने ले जाने में असमर्थ हैं एवं न ही महिलाएं तेंदूपत्ता एवं अन्य वन उपज के लिए जा सकते हैं। कोंडकेल से बेलजोर जाने वाली सड़क जो की प्रधान मंत्री सड़क योजना के तहत बनी हुयी है, उसमें हीण्डाल्को इंडस्ट्रीज़ कोंडकेल कंपनी द्वारा अपने भारी एवं निजी वाहनों को चलाया जा रहा है। जिससे उस रोड को क्षति पहुँच रही एवं ग्रामीणों को आने जाने में तकलीफ होती है।
इस तरह की कई समस्याओं से जूझ रहे है ग्रामीणों के इस आंदोलन में तमनार तहसीलदार और थाना प्रभारी तमनार की मौजूदगी में ग्रामीणों से उनकी समस्याओं के समाधान के लिए कुछ समय लेकर 27 जनवरी को गांव में बैठक कर उनकी सभी समस्याओं पर बात कर निराकरण की कोशिश की जाएगी।

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