सिरपुर महोत्सव का शुभारम्भ
खाद्य एवं सांस्कृति मंत्री अमरजीत सिंह ने छत्तीसगढ़ महतारी के छाया चित्र पर दीप प्रज्वलित कर किया शुभारंभ

सिरपुर।छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल सिरपुर में माघ पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित होने वाले तीन दिवसीय (5,6,7 फरवरी ) सिरपुर महोत्सव का शुभारंभ खाद्य एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने छत्तीसगढ़ महतारी चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। संस्कृति मंत्री ने सर्व प्रथम विकास योजनाओं और विभागीय गतिविधियों पर आधारित विभागीय प्रदर्शनी का अवलोकन किया और कलाकारों को सम्मानित किया। मंत्री अमरजीत भगत ने माघी पूर्णिमा व सिरपुर महोत्सव की शुभकामनाएं देते हुवे कहा कि सरकार बनने के बाद सरकार हर तरफ़ विकास के काम कर रही है। किसान के हित मे फ़ैसले ले रही है और यहाँ किसान खुशहाल है। धान की बम्पर ख़रीदी की गयी है। किसान की जेब में पैसा आया है। किसान तरक़्क़ी करेगा तभी छत्तीसगढ़ और आगे बढ़ेगा। गढ़बो छत्तीसगढ़ का सपना पूरा होगा। उन्होने कहा कि महोत्सव संस्कृति और परम्पराओं का हिस्सा है। यह अच्छी बात है कि यहां के लोग पुरानी परम्पराओं को बनाये रखने और उसे संरक्षण दे रहे हैं। सरकार लोक कलाकारों को प्रोत्साहित कर रही है । हर किसी को अपनी संस्कृति पर गर्व करना चाहिए।सिरपुर लोगों की आस्था और श्रद्धा का केन्द्र है। दूर-दूर से लोग यहां आकर अपनी कलाओं का प्रदर्शन करते हैं और इस महोत्सव में व्यापारी जरूरत के सामग्रियों का क्रय भी करते हैं। उसके बाद मंत्री ने कलाकारो को सम्मानित किया । सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत छत्तीसगढ़ लोक गीत के साथ हुई । तत्पश्चात छत्तीसगढ़ संस्कृति व परम्परा पर आधारित नृत्य नाटिका लोगो को बहुत पसंद आया । सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अगली कडी मे नाचा गम्मत पार्टी के द्वारा नाचा गम्मत , योग राज चौहान व उनके साथी का डण्डा नृत्य लोगो का मनमोह लिया । उसके बाद कुमारी भाव्या चन्द्राकर रायपुर की कत्थक एकल नृत्य को लोगो ने खूब सराहा और कार्यक्रम के अंत मे फुलवारी लोक मंच रायपुर के अल्का चन्द्राकर के गीत ने देर रात तक समा बांधे रही ।