तमनार

आखिर कब तक चलेगा मौत का सिलसिला कितने घरों के चिराग बुझेगें इन्तजार उस ऑफिसर की जो लापरवाह ठेकेदार व कम्पनी पर नकेल कस सके

तमनार थाना क्षेत्र में विवेक कंट्रक्शन की लापरवाही का खामियाजा दो मजदूरों को जान गंवा कर चुकानी पड़ी। बिना सुरक्षा उपकरण पहने और मशीन की जांच परख किये बगैर मिलर की सफाई ड्रिल मशीन से करना मजदूरों का भारी पड़ गया। अगर कंट्रक्शन कंपनी की ओर से मजदूरों को सुरक्षा उपकरण दिया जाता और मशीन की नियमित जांच होती तो शायद दोनों मजदूर आज जिंदा होते। लापरवाही नहीं बरती जाती तो आज किसी के बच्चे अनाथ नहीं होते और किसी घर का चिराग नहीं बुझा होता। मृतक के परिवार को भी यह असहनीय दर्द नहीं झेलना पड़ता।आखिर कब तक चलेगा यह मौत का सिलसिला कब तक घरों के चिराग बुझेगें औऱ कब कोई जाबाज आफिसर लापरवाह कम्पनी व ठेकेदारों पर नकेल कसेगा

सुरक्षा उपकरण दरकिनार

देखा जाए तो विवेक कंस्ट्रक्शन द्वारा मजदूरों को हैंड ग्लब्स व विद्युत संबंधी सुरक्षा उपकरण दिए बगैर ड्रिल मशीन के सहारे मिलर मशीन में जमी सीमेंट व गिट्टी के टुकड़ों को साफ करवाया जा रहा था,तभी अचानक ड्रिल मशीन में करंट प्रवाहित होने लगा और दोनों चपेट में आ गए, जिससे वे अकाल मौत मारे गए।

बता दें कि तमनार थाना क्षेत्र अंतर्गत जिंदल स्टेट बैंक के सामने विवेक कंट्रक्शन के यार्ड में कल शाम एक दर्दनाक घटना घटित हुई। विवेक कंस्ट्रक्शन के अंदर काम करने वाले दो मजदूरों की मिलर सफाई करने के दौरान करंट की चपेट में आने से मौत हो गई। सूचना मिलने पर तमनार पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों के शवों को अस्पताल भेजवाया,जहां आज पोस्टमार्टम होने के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया है।

पुलिस ने मृतकों की पहचान राम विनय कुमार पासवान पिता सत्येंद्र पासवान उम्र 35वर्ष, निवासी राजकुमार बीघा, थाना दाउदनगर,जिला औरंगाबाद बिहार और शुकलु राम उर्फ घसिया मंझवार,पिता बिरिछ राम उम्र करीबन 19 वर्ष निवासी छाता पाट थाना उरगा, जिला कोरबा के रूप में की है।

मृतक स्थानीय होते तो होता बवाल

लापरवाही से जान गवाने वाले दोनों मजदूर बिहार और कोरबा के रहने वाले थे। जिससे घटना के बाद स्थानीय लोगों को मामले के बारे में जानकारी ज्यादा नहीं हुई थी। यदि मृतक आसपास के रहने वाले होते तो मामला तूल पकड़ लिया होता। मुआवजे की मांग को लेकर चक्का जाम और उग्र प्रदर्शन होता।

Related Articles

Back to top button